संभाग आयुक्त व सयुंक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग से मिलकर युक्तियुक्तकरण मे गड़बड़ी होने के कारण स्थगित करने की मांग

दुर्ग -स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा वर्तमान मे जारी युक्तियुक्तकरण दिशा निर्देश के अंतर्गत अतिशेष शिक्षकों का मूल शाला से अन्य शाला मे पदास्थापना दिया गया जिसमे विभिन्न प्रकार की गड़बड़ी सामने आया प्रांतीय संचालक शिक्षक साझा मंच विकास सिंह राजपूत, विष्णु साहू, कमल मुरचले, धरमदास बंजारे ने आयुक्त दुर्ग संभाग व सयुंक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग से मुलाक़ात कर विद्यालय संख्या, विद्यालय मे दर्ज संख्या, विद्यालय मे कार्यरत शिक्षकों की संख्या की सूची आज तक सार्वजनिक नही करने, काउंसलिंग के एक दिन पहले अतिशेष सूची जारी करना, काउंसलिंग के दिन प्रातः काल संशोधित अतिशेष सूची जारी करना, किसी भी पीड़ित शिक्षकों को दावा आपत्ति का अवसर नही देना जिसके कारण अधिकारियो द्वारा अपने चहेतो को बचाने के लिए वरिष्ठ को कनिष्ठ बनाया गया, कला वाले को गणित, अंग्रेजी विज्ञान बताया गया, शाला के दर्ज संख्या मे छेड़छाड़ किया गया, विद्यार्थी संख्या के अनुसार अधिक शिक्षक पदस्थ होने के बाद भी अपनों को बचाने के लिए अतिशेष सूची मे नाम नही रखना, एकल शिक्षकीय शाला का नाम छुपा कर रखना, जिला दुर्ग व बालोद मे विज्ञान व गणित सहित अन्य विषय रिक्त होने के बाद भी संभाग स्तरीय काउंसलिंग मे शिक्षकों व व्याख्याता को अन्य जिला मे जाने मजबूर करना, दिव्यांग शिक्षकों के लिए संभाग के सभी जिलों मे अलग अलग मापदंड निर्धारित करना सहित शिक्षक साझा मंच द्वारा अतिशेष सूची मे विभिन्न गड़बड़ी को सामने रखकर दुर्ग संभाग के अंतर्गत सभी जिलों के अतिशेष सूची को निरस्त कर निष्पक्ष पारदर्शिता पूर्वक जाँच कर संबंधित अधिकारियो पर कार्यवाही कर पूरी पारदर्शिता व निष्पक्षता के साथ अतिशेष सूची तैयार कर युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया पुनः प्रारम्भ करने की मांग को प्रमुखता से रखा गया प्रतिनिधि मंडल मे प्रांतीय संचालक विकास सिंह राजपूत, विष्णु साहू, कमल मुरचूले, धरम दास बंजारे व अशोक देवांगन शामिल थे
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