Friday, October 30, 2020

आठ वर्ष के बन्धन समाप्त करने के लिए लम्बा संघर्ष किया नवीन शिक्षाकर्मी संघ छ. ग. ने एक नवम्बर से शिक्षकर्मी बनेंगे शासकीय कर्मचारी--- गिरीश साहू


छत्तीसगढ़-नवीन शिक्षाकर्मी  संघ के प्रदेश सचिव गिरीश साहू ने बयान जारी कर कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने एक नवम्बर से शिक्षक पँचायत से शिक्षक एलबी संवर्ग बनने वाले समस्त साथियो का शिक्षा विभाग में स्वागत करते हुए पँचायत कर्मचारी से शासकीय कर्मचारी बनने पर बधाई दिया है,प्रदेश सचिव गिरीश साहू ने आगे कहा कि 2012-13 में पूर्व शासन द्वारा आठ वर्ष के बन्धन के साथ पँचायत शिक्षको को शिक्षको के समतुल्य वेतनमान देने का निर्णय लिया उस समय प्रदेश के सभी शिक्षाकर्मी संगठन खामोश रहे कुछ संगठन तो पूर्व मुख्यमंत्री जी का जगह-जगह फूल-मालाओं व लड्डू से तौलकर आभार प्रदर्शन कर रहे थे तब प्रदेश के एकमात्र शिक्षाकर्मी संघ नवीन शिक्षाकर्मी संघ छत्तीसगढ़ पंजीयन क्रमांक 3435 ने आठ वर्ष के बन्धन का खुलकर विरोध किया और 2013 से प्रत्येक मंच से नवीन शिक्षाकर्मी संघ द्वारा आठ वर्ष के बन्धन समाप्ति करने के लिए आंदोलन व ज्ञापन के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत के नेतृत्व में तत्कालीन सत्ता पक्ष,विपक्ष व शासन-प्रशासन का ध्यानाकर्षण करने का लगातार प्रयास जारी करते रहे,आठ वर्ष के बन्धन समाप्ति के लिए नवीन शिक्षाकर्मी संघ के आंदोलन,ज्ञापन व मांग पूर्ण नही होने पर कई लोगो ने नवीन शिक्षाकर्मी संघ छ. ग.का उपहास भी उड़ाया लगातार सोशल मीडिया में ताने भी देते रहे लेकिन लोगो द्वारा दिये गए ताने व उड़ाया गया उपहास से बेफिक्र नवीन शिक्षाकर्मी संघ ने लगातार अपना संघर्ष जारी रखा,2014 से 2016 तक प्रत्येक 5 सितम्बर को माननीय प्रधानमंत्री जी व मानव संसाधन मंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपकर पूरे देश से शिक्षाकर्मी,नियोजित शिक्षक,शिक्षामित्र,विद्या मितान जैसे अनुबंध के आधार पर शिक्षक प्रथा को समाप्त कर नियमित शासकीय बनाने की मांग को लगातार भारत सरकार के समक्ष भी रखा गया,उसी तरह 5 सितम्बर 2017 को नवीन शिक्षाकर्मी संघ ने आठ वर्ष के बन्धन समाप्ति कर समस्त शिक्षक पँचायत संवर्ग की संविलयन की मांग को लेकर देश की राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर मैदान में धारा- 144 लागू होने के बाद भी नवीन शिक्षाकर्मी संघ के सदस्यों ने जोरदार धरना-प्रदर्शन किया उस धरना प्रदर्शन में उमा जाटव,बलविंदर कौर,नंदिनी देशमुख सहित रूपेंद्र सिन्हा जी के नेतृत्व में बालोद जिले से लगभग एक दर्जन महिला शिक्षक पँचायत संवर्ग की जोरदार उपस्थिति दिल्ली के जंतर -मंतर मैदान में रही,दिल्ली के जंतर-मंतर मैदान से प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने नेतृत्व में नवीन शिक्षाकर्मी संघ ने संविलियन क्रांति का आगाज किया जो 2018 में नवीन शिक्षाकर्मी संघ, प्रदेश शिक्षक संघ,संयुक्त शिक्षाकर्मी संघ सहित अन्य दो संघो के साथ मिलकर हुए महा आंदोलन के बाद प्रदेश के पूर्व सरकार ने पुनः आठ वर्ष के बन्धन के साथ शिक्षा विभाग में संविलियन का निर्णय लिया और सरकार के पुनः आधे-अधूरे संविलियन के निर्णय के तुरंत बाद प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत व चन्द्रदेव राय(वर्तमान बिलाईगढ़ विधायक) ने बयान जारी कर आठ वर्ष के बन्धन का विरोध करते हुए उसी दिन सम्पूर्ण संविलियन की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया गया साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री के गृहजिला राजनांदगांव,कांकेर, दुर्ग, बालोद,जांजगीर,कोरिया रायपुर सहित अन्य ज़िलों धरना प्रदर्शन कर आठ वर्ष के बन्धन समाप्त करने की मांग को प्रमुखता से रखा,चुनाव बाद सत्ता परिवर्तन हुआ मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल जी बने मुख्यमंत्री बनने के कुछ दिनों बाद नवीन शिक्षाकर्मी संघ का प्रतिनिधिमंडल विधायक व पूर्व शिक्षकर्मी नेता चन्द्रदेव राय जी के नेतृत्व में मुलाकात कर चुनावी घोषणापत्र के अनुसार आठ वर्षबन्धन को समाप्त करने की मांग को रखा जिस पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने स्पष्ट कहा था कि पहले वर्ष किसानों का फिर दूसरे वर्ष के बजट में शिक्षाकर्मियों के लिए खास रहेगा और उसी वादा के अनुरूप माननीय भूपेश बघेल जी ने दूसरे वर्ष के बजट में आठ वर्ष के स्थान पर दो वर्ष पूर्ण कर चुके समस्त शिक्षक पंचा./न.नि. संवर्ग का संविलियन करने का निर्णय विधानसभा के पटल पर घोषणा किया और कोरोना के कहर के कारण एक जुलाई के स्थान पर एक नवम्बर से संविलियन करने हेतु स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है,महिला प्रदेश अध्यक्ष उमा जाटव,गंगा पासी,बलविंदर कौर,गीता चन्द्राकर,नंदिनी देशमुख,नानकी अन्दानी, संगीता बैस,तुलेश ठाकुर,विद्या जुर्री,खिलेश्वरी साहू,प्रदेश पदाधिकारी अभिनय शर्मा,दुष्यंत कुम्भकार,अमितेश तिवारी,रूपेंद्र सिन्हा,संजय साहू,अजय कडव,राजेश शुक्ला,प्रकाशचन्द कांगे,चन्द्रशेखर रात्रे,सतीश टण्डन,अमित नामदेव,देवकांत सिन्हा,मनोज चन्द्रा,ब्रिजनारायन मिश्रा ने कहा है कि आठ वर्ष बन्धन को हटाकर सभी शिक्षक पँचायत संवर्ग का संविलियन करने हेतु कोई एक दो माह संघर्ष नवीन शिक्षकर्मी संघ द्वारा नही किया गया है बल्कि 2013 से 2020 तक हर मंच,हर जगह पर सफलता असफलता पर ध्यान दिए बिना नवीन शिक्षकर्मी संघ का संघर्ष अनवरत जारी रहा जो एक नवम्बर2020 को संघर्ष का सफल परिणाम होगा,नवीन शिक्षकर्मी संघ छत्तीसगढ़ पंजीयन क्रमांक 3435 ने प्रदेश के समस्त शिक्षक पँचायत संवर्ग को एक नवम्बर से संविलियन होने पर बहुत-बहुत बधाई प्रेषित किया है।

Thursday, October 29, 2020

सहायक शिक्षक फेडरेशन के आंदोलन को नवीन शिक्षाकर्मी संघ का समर्थन प्रदेश प्रवक्ता सहित अन्य पदाधिकारी आंदोलन में शामिल


रायपुर-सहायक शिक्षक फेडरेशन के द्वारा 28 अक्टूबर को रायपुर बूढ़ातालाब धरना स्थल पर धरना प्रदर्शन कर वेतन विसंगति,क्रमोन्नति,पदोन्नति आदि मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन कर मौन रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर जल्दी ही मांग पूरा करने का निवेदन छ. ग.सरकार से किया है,सहायक शिक्षक फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा जी के द्वारा नवीन शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत से मोबाइल के माध्यम से चर्चा कर 28 अक्टूबर के आंदोलन में शामिल होने की अपील किया था जिस पर शिक्षक हित को ध्यान में रखकर प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने नवीन शिक्षाकर्मी संघ के प्रांतीय पदाधिकारियो से चर्चा कर सहायक शिक्षक फेडरेशन के आंदोलन का बिना शर्त समर्थन करने का निर्णय लिया व सार्वजनिक प्रदेश के शिक्षको के नाम अपील जारी कर 28 अक्टूबर के आंदोलन में शामिल होने का निवेदन किया,नवीन शिक्षाकर्मी संघ के प्रदेश प्रवक्त गंगा पासी,सतीश टण्डन, सिन्हा,राजेश शुक्ला सहित अन्य पदाधिकारियो ने धरना स्थल पर पहुंचकर 28 तारीख के आंदोलन का नवीन शिक्षाकर्मी संघ के तरफ से समर्थन किया,प्रदेश प्रवक्ता गंगा पासी ने राज्य सरकार के मुखिया माननीय मुख्यमंत्री से वेतन विसंगति दूर करने,क्रमोन्नति वेतनमान,दो वर्ष बाद वेटज देने व पदोन्नति की मांग को जल्दी ही पूरा करने का निवेदन किया है,प्रदेश प्रवक्ता गंगा पासी ने कहा है की नवीन शिक्षाकर्मी संघ सहायक शिक्षको के वेतन विसंगति व समयमान वेतनमान के आधार पर संविलियन पश्चात सातवां वेतनमान व दो वर्ष पश्चात एक  वार्षिक वेतनवृद्धि प्रति वर्ष वेटेज लाभ देने की मांग को शासन प्रशासन तक प्रमुखता से रखते आ रहे है,प्रदेश प्रवक्ता गंगा पासी ने प्रदेश के शिक्षको को भरोसा दिलाया है कि नवीन शिक्षाकर्मी संघ हमेशा शिक्षक शिक्षक हित मे संघर्ष जारी रखेगा और अन्य संघो को जो शिक्षक हित मे संघर्षरत है ऐसे संगठन को सहयोग करता रहेगा।

Thursday, October 1, 2020

कोरोना रोकथाम व बचाव कार्य मे लगा शिक्षको की ड्यूटी,बढ़ते खतरे के बीच न बीमा सुरक्षा और न ही पर्याप्त सुरक्षा संसाधन


रायपुर-नवीन शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश प्रवक्ता दुष्यंत कुम्भकार,गंगा पासी व प्रदेश मीडिया प्रभारी मनोज चन्द्रा ने जानकारी दिया है कि प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत व महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष उमा जाटव ने चर्चा करते हुए कहा है कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर कोरोना वाइरस के बचाव व रोकथाम के लिए डाटा एंट्री व घर-घर सर्वे कार्य के लिए स्वास्थ्य कार्य मे अनुभव नही होने के बावजूद शिक्षको की ड्यूटी लगा दिया गया है,कोरोना वाइरस के बढ़ते खतरे के बीच राज्य सरकार द्वारा कोरोना योद्धा के रूप में कार्य करने वाले शिक्षको सहित अन्य शासकीय कर्मचारियों के लिए न तो बीमा सुरक्षा का प्रावधान किया गया है और न ही पर्याप्त सुरक्षा संसाधन उपलब्ध कराया गया है,प्रदेश पदाधिकारी गिरीश साहू,अभिनय शर्मा,अमितेश तिवारी,रूपेंद्र सिन्हा,संजय साहू,अजय कडव,प्रकाशचन्द कांगे,राजेश शुक्ला,बलविंदर कौर,नंदिनी देशमुख चन्द्रशेखर रात्रे,अमित नामदेव व ब्रिज नारायण मिश्र ने कहा है की बीमा सुरक्षा के अभाव में कोरोना योद्धा के रूप में कार्य करते हुए हमारे कुछ शिक्षक साथी अपने जान से हाथ धो बैठे है,हरिकांत अग्निहोत्री,अनुभव तिवारी,रमन शर्मा,संतोष द्विवेदी,छन्नूलाल साहू,वेदप्रकाश साहू,संजीव मानिकपुरी,अमीन बंजारे,देवनाथ पटेल,नरेश चौहान,महेंद्र देवांगन,लालमन पटेल,गीता चन्द्राकर,रोशन मंसुरे, संजय डोंगरे,गिरिजा शंकर(महासमुंद),खिलेश्वरी साहू ने आगे कहा कि ऐसे विकट समय मे लोगो की सेवा करते हुए कोरोना संक्रमण से अपने जान देने वाले हमारे शिक्षक साथियो के परिजन को अभी तक से राज्य शासन द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों के समान पचास लाख की बीमा सुरक्षा का लाभ नही दिया गया है,नवीन शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत सहित सभी प्रदेश, जिला व ब्लॉक पदाधिकारियो ने राज्य सरकार के संवेदन शील मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री जी से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर प्रदेश के जन-सामान्य की सेवा में लगे कोरोना योद्धा शिक्षको सहित अन्य विभाग के शासकीय कर्मचारियों को केंद्र के कर्मचारियों की तरह ही पचास लाख राशि की बीमा सुविधा राज्य शासन द्वारा प्रदान करने का निर्णय जल्दी ही लिया जाय व कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे समस्त कर्मचारियों को सेनेटाइजर,फेस-मास्क,हैंड-ग्लब्स,सहित अन्य सुरक्षा के संसाधन उपलब्ध कराया जाना चाहिए जिससे कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच कार्य करने वाले कोरोना योद्धा के शरीर मे कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना ही न ही हो,बिना बीमा राशि के प्रावधान व पर्याप्त सुरक्षा संसाधन के अभाव में शिक्षको सहित अन्य शासकीय कर्मचारियों का ड्यूटी लगाना शासकीय कर्मचारियों के जान से खिलवाड़ होगा क्योंकि जब कोई शासकीय कर्मचारियों की कोरोना संक्रमण के बीच कार्य करते हुए मृत्यु हो जाने पर जिम्मेदार अधिकारी -कर्मचारी अपना पल्ला झाड़ लेते है और परिजन खाली हाथ रह जाते है परिवार के लालन-पालन करने वाले सदस्य को खो कर,परिवार के सामने दुख के पहाड़ के अलावा और कुछ हाथ नही आता है।