नवीन शिक्षक संघ छःत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने केंद्र सरकार से निवेदन करते हुए कहा है कि कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में कटौती के स्थान पर विदेशो में जमा कालाधन को अब वापस लाने का सही समय है और उसी कालाधन को आम जनता के खातों में जमा करना चाहिए,2013-14 लोकसभा चुनाव में कालाधन लाकर जनता में बांटने वाले अब चुप क्यों है,कालाधन लाओ और प्रत्येक जनता तक कालाधन पहुंचाओ,कालाधन वापस लाकर भारत के जनता के साथ न्याय करे,महंगाई भत्ता में कटौती कर कर्मचारियों के साथ अन्याय न करे,जो वादा किया उसे निभाना चाहिए और कालाधन वापस लाना चाहिए!
*घंटी बजाओ*
,अब तो बाबा जी भी चुप है शायद कालाधन के बारे में उनका अनुमान गलत था,कुछ लोग कालाधन वापस लाकर भारत के प्रत्येक लोगो को 15 लाख देने की बात कही थी बाद में उसे जुमला कहकर पल्ला झाड़ दिया है,कालाधन कहाँ है,2013-14 के चुनाव पूर्व बहुत हल्ला मचाया था अब क्या जितने अनुमान लगा रहे थे वो झूठा अनुमान था सिर्फ चुनावी लाभ लेने के लिए और ऐसा नही है तो कालाधन वापस लेकर अब देशहित में उपयोग करना चाहिये!
*डी. एन. ए.*
प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने आगे कहा कि पहले सरकार द्वारा पुरानी पेंशन योजना समाप्त कर लाखो कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात किया गया पुरानी पेंशन योजना बन्द होने से कर्मचारियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है,कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन के रूप में कितना मिलेगा ये शेयर मार्केट तय करेगा,हो सकता है कि नौकरी समाप्त होने के बाद कर्मचारियों को फूटी कौड़ी भी नही मिलेगा जिससे कर्मचारियों को अपने रिटायरमेंट के बाद भूखे मरने या आत्महत्या करने के अलावा कोई रास्ता ही नही बचेगा,एक तरफ कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद शेयर मार्केट के आधार पर कुछ राशि व मामूली पेंशन मिलने की संभावना है वही संसद व विधानसभा सदस्य बनने के बाद सांसद व विधायको को जीवन पर्यंत पेंशन के रूप में एक बड़ी राशि मिलते रहेगा, कर्मचारी लगातार 62 वर्ष के उम्र तक नौकरी के बाद मामूली पेंशन से अपना गुजारा करने पर मजबूर रहेंगे वही एक सांसद व विधायक एक दिन के सदस्य होने बाद भी पूर्ण पेंशन का हकदार,तो क्या नवीन पेंशन योजना से कर्मचारियों को नौकरी के बाद कितना सुरक्षा दे रहे है सरकार,अब केंद्र सरकार द्वारा एक वर्ष तक महंगाई भत्ते में कोई बढोत्तरी नही करने का निर्णय लेकर लाखो कर्मचारियों के साथ अन्याय किया जा रहा है,कोरोना संकट के समय भारत का हर कर्मचारी सरकार के साथ है और आज अपने जीवन का परवाह किये बिना कोरोना वाइरस जैसे वैश्विक महामारी से लगातार संघर्ष कर रहे है,अब सरकार को सोचना है कि कर्मचारियों के लगातार इस विषम परिस्थितियों में भी कोरोना वाइरस से संघर्ष के समय महंगाई भत्ते को न बढ़ाने के निर्णय कितना सही है,कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में रोक के स्थान पर भ्रष्ट्र लोगो से जो करोड़ो रूपये बैको से लेकर फरार है ऐसे लोगो से वसूल कर सरकारी खजाने में राजसात कर देश के जरूरतमन्दों तक सहयोग पहुंचाना चाहिए साथ ही कालाधन की राशि को वापस लेकर जरूरतमंद को सहयोग करना चाहिए।
प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने कहा है कि पुरानी पेंशन योजना बन्द कर नवीन अंशदायी पेंशन योजना से कर्मचारियों का कोई हित नही है अगर हित होता तो सांसद व विधायको को भी नवीन अंशदायी पेंशन के अंतर्गत क्यो नही रखा गया है ये सबसे बड़ा सवाल है और इस सवाल का हल भी सरकार के पास है,सरकार चाहे तो नवीन अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू कर कर्मचारियों को नौकरी के बाद बुढ़ापे का लाठी प्रदान कर सकता है,सरकार को पुरानी पेंशन योजना लागू करने व महंगाई भत्ते एक वर्ष तक नही देने के निर्णय पर पुनर्विचार कर जल्दी ही कर्मचारियों के हित मे निर्णय लेना चाहिए।
अभी वर्तमान में हम सब भारत के लोग एक अदृश्य बीमारी कोरोना वाइरस से संघर्ष कर रहे है और इस संघर्ष में हम सब भारत के लोग विजेता बनकर पूरे विश्व को भारत के लोगो के शक्ति का अहसास कराएंगे,हम विजेता तभी बन सकते जब हम सरकार के द्वारा दिये गए दिशा-निर्देश के अनुसार चलेंगे इसलिए नवीन शिक्षक संघ छःत्तीसगढ़ सभी लोगो से निवेदन करता है कि घर पर रहे सुरक्षित रहे,समय -समय पर साबुन व सेनेटाइजर का प्रयोग करे,सोशल दूरी का पालन कर अपने आपको व अपने परिवार को सुरक्षित रखे।
