रायपुर- नवीन शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ के सयुंक्त सचिव राजेश शुक्ला ने जानकारी दिया है कि 15 जुलाई 2021 को प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री निवास पहुँचकर माननीय मुख्यमंत्री जी से मुलाकात नही होने पर मुख्यमंत्री जी के नाम से ज्ञापन सौंपकर प्रदेश के शिक्षक संवर्ग को खुला स्थानांतरण नीति के लाभ प्रदान करने की मांग किया है ,नवीन शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ के नव-नियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रिज नारायण मिश्रा,प्रकाश चन्द्र कांगे,रूपेंद्र सिन्हा,सतीस टण्डन व अमित नामदेव ने कहा है प्रदेश में हजारो शिक्षक ऐसे है जो अपने घर परिवार से सैकड़ो किलोमीटर दूर सुदूर ग्रामीण अंचलों के स्कूलो में शिक्षा का अलख जगा रहे है,अपने घर परिवार से दूर रहने का दर्द वर्षो से झेलते आ रहे शिक्षको को अब भी स्थानांतरण पर लगे रोक हटने का इंतजार है,सुदूर ग्रामीण अंचलों में शिक्षा का अलख जगाने वाले कर्तव्यनिष्ठ शिक्षक अपने घर परिवार से दूर रहने के कारण परेशानी के समय अपने बीबी,बच्चो व माता पिता का ध्यान नही रख पाते जिसका दुख हमेशा शिक्षको को महसूस होता है,बीबी,बच्चो व माता पिता से दूर रहने का दर्द झेलते आ रहे है आगे चर्चा करते हुए प्रदेश महामंत्री मनोज चन्द्रा,चन्द्रशेखर रात्रे,अजय कड़व व रोशन मंसुरे ने कहा है की छ. ग. राज्य शासन शिक्षा विभाग द्वारा समन्वय के नाम से टुकड़े-टुकड़े शिक्षको का स्थानांतरण कर रहे जो कही न कही सन्देह के दायरे में है, वही प्रदेश सयुंक्त सचिव संजय साहू,देवकांत सिन्हा ने कहा है कि समन्वय के नाम से टुकड़े-टुकड़े में संदेहास्पद स्थानांतरण को बंद कर छ. ग.शासन शिक्षा विभाग द्वारा खुला स्थानांतरण नीति लागू कर वर्षो से सुदूर ग्रामीण अंचलों में शिक्षा का अलख जगा रहे जो अपने घर परिवार से दूर रहने का दर्द झेल रहे ऐसे सभी शिक्षको को अपने घर परिवार के पास गृह जिले में जाने का अवसर मिलना चाहिए,नवीन शिक्षक संघ छ. ग. के समस्त नव-नियुक्त पदाधिकारियों ने एक स्वर में माननीय मुख्यमंत्री जी से मांग किया है कि बिना वित्तीय भार के स्वयं के व्यय से खुली स्थानांतरण नीति जल्दी लागू कर अपने घर परिवार से दूर सुदूर ग्रामीण अंचलों में शिक्षा का अलख जगा रहे शिक्षको के साथ न्याय करे।

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ReplyDeleteकोरोना काल में बेफिक्र होकर कर्तव्य निर्वहन करने के लिए खुला स्थानांतरण नीति इस वर्ष भी अतिशीघ्र लागू किया जाएं ।ताकि घर-परिवार और स्वयं के प्रति भी चिन्ता से शिक्षक वर्ग मुक्त हो सकें ।
ReplyDeleteस्थानांतरण का लाभ पंक्ति में खड़े पहले कर्मचारी से लेकर अंतिम कर्मचारी को मिलें ।
आपसी सहयोग और सामंजस्य से निश्चित तौर पर ऊंची पहुंच और निजी जान- पहचान और रिश्तेदार ही लाभान्वित होंगे ।
इस तरह की स्थानांतरण में शिक्षक राज्य सरकार पर किसी भी प्रकार की व्यय भार भी नहीं चाहते ,इस वजह से भी राज्य सरकार को किसी भी तरह की आपत्ति नहीं होनी चाहिए ।
समन्वय के नाम पर जो स्थानांतरण हो रहे हैं सोर्स वालों के हैं कि पहुंच मंत्रियों तक है क्या जिनकी पहुंच मंत्रियों तक नहीं है उन्हें स्थानांतरण के अधिकार नहीं है
ReplyDeleteस्थानांतरण की सबसे अधिक आवश्यकता अपने घर से अधिक दूरी पर कार्यरत शिक्षकों को है जो समय पर आवश्यकता पड़ने पर अपने परिवार अपने परिवार की मदद के लिए समय पर पहुंच भी नहीं पाते हैं
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