राजनांदगांव । जिला राजनांदगांव के शिक्षकों ने नवीन शिक्षक संघ के अगुवाई में अनुविभागीय अधिकारी राजनांदगांव द्वारा राजनांदगांव विधानसभा के अंतर्गत मतदान केन्द्रों में ओ.बी.सी. सर्वे एवं अन्य गैर शिक्षकीय कार्यों से शिक्षकों को मुक्त रखने की मांग को लेकर अपर कलेक्टर सी.एल. मार्कण्डेय के हाथों ज्ञापन सौंपा। नवीन शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष छन्नू लाल साहू एवं सचिव अजय कड़व ने बताया कि कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) राजनांदगांव से जारी आदेश में राजनांदगांव विकासखण्ड से लगभग डेढ़ सौ से अधिक शिक्षकों की ड्यूटी ओ.बी.सी. सर्वे में लगायी गई है। इसी तरह अन्य विकासखण्डों में भी प्राथमिक एवं मिडिल शालाओं के शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्य में झोक दिया गया है। इतनी अधिक संख्या में शिक्षकों की गैर शिक्षकीय कार्य में ड्यूटी लगने से प्राथमिक एवं मिडिल स्कूलों की व्यवस्था और पढऩे वाले विद्यार्थियों पर भी दिख रहा है। कई प्रधान पाठकों की भी ड्यूटी ओ.बी.सी. सर्वे में लगाया गया है। प्राथमिक शालाओं एवं मिडिल शालाओं में पहले से ही शिक्षकों की कमी हुई है। जाहिर है जुलाई, अगस्त एवं सितंबर का माह अध्ययन - अध्यापन की दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है। नवीन शिक्षक संघ के द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में प्रमुख मांग प्राथमिक एवं मिडिल शालाओं के शिक्षकों को गैर शिक्षकीय कार्य से मुक्त रखने एवं पूर्व में किये गये आर्थिक सामाजिक सर्वेक्षण के दिनों को अर्जित अवकाश में जोडऩे की मांग किया गया है। विदित हो कि पूर्ववर्ती सरकार के शासन काल में गर्मी की छुट्टियों में शिक्षकों से आर्थिक सर्वेक्षण के रूप में सवे कार्य कराया गया था। गर्मी की छुट्टी के दिनों में किये गये कार्य दिवसों की संख्या को अर्जित अवकाश में नियमानुसार बदलने की मांग संघ की ओर से किया गया है। नवीन शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों ने कहा है कि शासन प्रशासन इसी तरह प्राथमिक एवं मिडिल शालाओं की ड्यूटी गैर शिक्षकीय कार्य में लगाते रहें तो शासकीय शालाओं में पढऩे वाले विद्यार्थियों की गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रभावित होगी। वैसे ही शिक्षा विभाग को एन.जी.ओ. का प्रयोगशाला बना दिया गया है। कई प्रकार की अन्य गतिविधियां स्कूलों में इन अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन कराने से कोर्स वैसे भी पूरा नही हो पा रहा है। संघ ने कहा है कि यदि शासन प्रशासन शिक्षकों की मांग का निराकरण नही करता है तो जन प्रतिनिधियोंं के बीच जाकर इन समस्याओं के बारें में अवगत कराया जायेगा।
नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने इस संबंध मे कहा है की शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त रखने के लिए कई बार उच्चाधिकारियो को मांग पत्र दे चुके है उसके बाद भी शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यो मे झोंक दिया जाता जिसका सीधा नुकसान सरकारी स्कूलों के ग्रामीण क्षेत्र के छोटे छोटे विद्यार्थियों का होता है इसलिए शासन प्रसाशन को चाहिए की छोटे छोटे विद्यार्थियों की हित मे शिक्षकों का गैर शैेक्षणिक कार्यो मे संलग्न न किया जाय।

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