रायपुर-नवीन शिक्षक संघ छ. ग. के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने कहा है कि कोरोना संक्रमण काल मे प्रदेश के शिक्षक अपने जान की परवाह किये बिना लगातार मोहल्ला क्लास,घर-घर जाकर स्कूली छात्रों को राशन वितरण,पुस्तक व गणवेश वितरण कार्य व प्रतिदिन स्कूलो में उपस्थिति दिया जा रहा था साथ ही कि शिक्षको का शासन-प्रशासन के आदेशानुसार कोरोना रोकथाम कार्य मे संलग्न किया गया जिसमें बाहर अन्य प्रदेश से आये हुए मजदूरों को लाने ले जाने का कार्य,कोरोनटाइन सेंटर में देखरेख,कोरोना संक्रमित व्यक्ति को खोजने सर्वे, टीकाकरण सेंटर में ड्यूटी,कांटेक्ट ट्रेसिंग,कोरोना से निधन हुए लोगो के शव को कब्रिस्तान ले जाने सहित अन्य प्रकार के कार्यो में बिना किसी मेडिकल अनुभव,बिना बीमा सुरक्षा व पीपीटी किट सहित अन्य सुरक्षा संसाधन उपलब्ध नही होने के कारण कई शिक्षक संक्रमित होकर निजी अस्पतालों में लाखो रुपये खर्च कर इलाज करवाये है साथ ही 450 से अधिक शिक्षकों का निधन हो चुका है जिस पर नवीन शिक्षक संघ द्वारा विगत वर्ष से लगातार शिक्षको को कोरोना वारियर्स का दर्जा प्रदान कर पचास लाख बीमा सुरक्षा,टीकाकरण, निजी अस्पतालों में निःशुल्क इलाज व अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने की मांग सरकार व शिक्षा विभाग के समक्ष रखते आ रहे है लेकिन शिक्षा विभाग व सरकार की चुप्पी शिक्षको के सम्बंध में हैरान करने वाला रहा न कोरोना वारियर्स का दर्जा दिया,न ही बीमा सुरक्षा का लाभ न ही टीकाकरण में प्राथमिकता न ही अनुकम्पा नियुक्ति पर समय रहते निर्णय लिया गया जिससे शिक्षक संवर्ग में लगातार निराशा व आक्रोश बढ़ता ही जा रहा था,सरकार द्वारा कुछ दिन पूर्व शासकीय कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर मानते हुए टीकाकारण में प्राथमिकता व 18 अप्रेल 2021 के कैबिनेट बैठक में अनुकम्पा नियुक्ति हेतु तृतीय श्रेणी में 10 प्रतिशत की बाध्यता को 31 मई 2022 तक शिथिल किया गया है जो सरकार का एक बढ़िया कदम है लेकिन जब तक सरकार व विभाग द्वारा शिक्षको को कोरोना वारियर्स का दर्जा प्रदान कर पचास लाख राशि की बीमा सुरक्षा प्रदान नही किया जाता तब तक नवीन शिक्षक संघ छ. ग.द्वारा न कोई स्वागत-सत्कार न ही आभार प्रदर्शन किया जाएगा नवीन शिक्षक संघ ने कोरोना काल मे निधन हुए शिक्षको को श्रद्धांजलि देते हुए सरकार व विभाग से कोरोना रोकथाम कार्य मे संलग्न समस्त शिक्षको को कोरोना वारियर्स का दर्जा प्रदान कर बीमा सुरक्षा का लाभ प्रदान कर दिवंगत शिक्षको के साथ न्याय करने का निवेदन किया है
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