अधिकारियों की लापरवाही के कारण बच्चो के पड़े को नुकसान हो रहा है,बच्चो की पढ़ाई का जो नुकसान हो रहा है उसका एकमात्र जिम्मदार अधिकारियों की शिक्षको के प्रति वेतन की मामले मे उदासीनता ही है,कांकेर जिला के सुदूर अंचल कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के नव संविलियन शिक्षको को प्राण कार्ड शिफ्टिंग व कार्मिक सम्पदा फार्म नही भरने के कारण विगत तीन माह से वेतन अप्राप्त है जबकि वही कांकेर जिला के अन्य विकासखण्ड मे नव संविलियन प्राप्त शिक्षको को वेतन का भुगतान पहले ही हो चुका है,इससे स्पष्ट है की कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के अधिकारियों के लापरवाही का खामियाजा शिक्षको को भुगतना पड रहा है,तीन महीने से वेतन की मांग को लेकर नवीन शिक्षाकर्मी संघ के पदाधिकारियो द्वारा कई बार विकासखण्ड शिक्षा कार्यालय के अधिकारियों से मिलकर समस्या समाधान करने की मांग को प्रमुखता से रखा लेकिन समस्या ज्यो का त्यों बना रहा मजबूरन नवीन शिक्षाकर्मी संघ विकासखण्ड कोयलीबेड़ा के नेतृत्व मे शिक्षको को स्कूल छोड़कर कर सड़क पर उतरकर धरना प्रदर्शन करने बाध्य होना पड़ा,नवीन शिक्षाकर्मी संघ कोयलीबेड़ा की आवाज राजधानी रायपुर तक सुनाई दिया है निश्चित ही सुदूर अंचल के शिक्षको की दहाड़ से पूरे प्रदेश के नव संविलियन शिक्षको के वेतन भुगतान का रस्ता। खोल दिया है जल्दी ही वेतन भुगतान होने की सम्भावना है,तीन माह के वेतन भुगतान की मांग को लेकर नवीन शिक्षाकर्मी संघ के अध्यक्ष बलविंदर कौर सहित अन्य पदाधिकारियो ने कहा है वेतन भुगतान जल्दी ही नही किया जाता है तो नवीन शिक्षाकर्मी संघ विकासखण्ड कोयलीबेड़ा के शिक्षक 15 तारीख से अनिश्चितकालीन आंदोलन मे जाकर धरना प्रदर्शन करने मजबूर होगा।

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