दुर्ग-जिला शिक्षाधिकारी दुर्ग प्रवास बघेल का लगातार धमधा,दुर्ग व पाटन के स्कूलो का दौरा कर औचक निरीक्षण किया जा रहा है,जिला शिक्षाधिकारी प्रवास बघेल दुर्ग जिला मे स्कूलो मे पढ़ाई बेहतर तरीके से संचालित हो इसके लिए जिला के शिक्षा विभाग व शिक्षको का सहयोग ले रहे है इस बीच जिला शिक्षाधिकारी दुर्ग के निरीक्षण के समय कुछ स्कूलो के शिक्षको का लापरवाही भी सामने आया है जो देरी से स्कूल पहुचे है या बिना अवकाश लिए स्कूल नही आये ऐसे शिक्षको की संख्या मात्र 22 है,देरी से या बिना अवकाश लिए स्कूल नही आये 22 शिक्षको का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश देकर ब्लॉक शिक्षाधिकारी के माध्यम से स्पष्टीकरण जारी कर समय सीमा के अंदर जवाब मांगा गया है,
दुर्ग जिले मे जिला शिक्षाधिकारी व शिक्षा विभाग के अधिकारियो द्वारा स्कूलो का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है जिसका नवीन शिक्षाकर्मी संघ के जिलाध्यक्ष संजीव मानिकपुरी,नंदिनी देशमुख,संजय शर्मा व जागेश्वर चन्द्राकर ,बी.प्रकाश ने स्वागत करते हुए इसे स्कूलो मे बेहतर पढ़ाई हो का प्रयास बताया, नवीन शिक्षाकर्मी संघ के जिलाध्यक्ष संजीव मानिकपुरी व नंदिनी देशमुख व बी.प्रकाश ने कहा है की जिला शिक्षाधिकारी व शिक्षा विभाग के अधिकारियो के औचक निरीक्षण से एक अच्छी बात सामने आया की जिले मे लगभग 7000 से अधिक शिक्षक कार्यरत है जिसमे से सिर्फ 22 शिक्षको को देरी से पहुचने व बिना आवेदन के स्कूल नही आना पाया गया,ब्लॉक अध्यक्ष संजय शर्मा व जगेश्वर चन्द्राकर ने जिला शिक्षाधिकारी से अपील किया है की 22 शिक्षक किस कारण से देरी स्कूल पहुचे या बिना बताये स्कूल नही आ पाये ऐसे शिक्षको के ऊपर एक दिन के वेतन कटौती या कार्यवाही करने के स्थान पर कारण पूछे क्योकि कभी-कभी कुछ स्थानीय कारणों से समय पर स्कूल पहुचना संभव नही होता है व अचानक स्वास्थ्य मे खराबी या पारिवारिक कार्य की वजह से बिना सूचना दिये स्कूल नही आ पाते ऐसे सभी शिक्षको के समुचित जवाब के बाद ही कार्यवाही का निर्णय ले ।
दुर्ग जिले मे जिला शिक्षाधिकारी व शिक्षा विभाग के अधिकारियो द्वारा स्कूलो का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है जिसका नवीन शिक्षाकर्मी संघ के जिलाध्यक्ष संजीव मानिकपुरी,नंदिनी देशमुख,संजय शर्मा व जागेश्वर चन्द्राकर ,बी.प्रकाश ने स्वागत करते हुए इसे स्कूलो मे बेहतर पढ़ाई हो का प्रयास बताया, नवीन शिक्षाकर्मी संघ के जिलाध्यक्ष संजीव मानिकपुरी व नंदिनी देशमुख व बी.प्रकाश ने कहा है की जिला शिक्षाधिकारी व शिक्षा विभाग के अधिकारियो के औचक निरीक्षण से एक अच्छी बात सामने आया की जिले मे लगभग 7000 से अधिक शिक्षक कार्यरत है जिसमे से सिर्फ 22 शिक्षको को देरी से पहुचने व बिना आवेदन के स्कूल नही आना पाया गया,ब्लॉक अध्यक्ष संजय शर्मा व जगेश्वर चन्द्राकर ने जिला शिक्षाधिकारी से अपील किया है की 22 शिक्षक किस कारण से देरी स्कूल पहुचे या बिना बताये स्कूल नही आ पाये ऐसे शिक्षको के ऊपर एक दिन के वेतन कटौती या कार्यवाही करने के स्थान पर कारण पूछे क्योकि कभी-कभी कुछ स्थानीय कारणों से समय पर स्कूल पहुचना संभव नही होता है व अचानक स्वास्थ्य मे खराबी या पारिवारिक कार्य की वजह से बिना सूचना दिये स्कूल नही आ पाते ऐसे सभी शिक्षको के समुचित जवाब के बाद ही कार्यवाही का निर्णय ले ।
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