रायपुर-नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के प्रदेश प्रवक्ता दुष्यंत कुम्भकार,गंगा शरण पासी व मीडिया प्रभारी मनोज चन्द्र ने बताया है कि नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत व महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष उमा जाटव ने बयान जारी कर कोरोना वायरस संक्रमण के चपेट में आकर पूरे प्रदेश में 372 शिक्षको की निधन हो चुके है जिससे प्रदेश के शिक्षको में हाहाकार मच गया है।
गिरीश साहू,अमितेश तिवारी,रूपेंद्र सिन्हा,संजय साहू,अजय कड़व,प्रकाशचन्द कांगे,बलविंदर कौर व राजेश शुक्ला ने कहा कि अन्य विभाग के अधिकारी लगातार आदेश जारी कर प्रदेश के शिक्षको की ड्यूटी कोरोना रोकथाम कार्य मे लगाते जा रहे है लेकिन कोरोना से सुरक्षित रखने हेतु शिक्षको को पीपीटी किट सहित कोई सुरक्षा संसाधन उपलब्ध कराने की मांग पर कोई कार्यवाही नही करते है,ब्रिजनारायन मिश्रा,अमित नामदेव,चन्द्रशेखर रात्रे,सतीस टण्डन,नंदिनी देशमुख,संगीत बैस,गीता चन्द्राकर,खिलेश्वरी साहू,ज्योति सक्सेना,सुमन यादव ने आगे कहा कि कोरोना से मृत मरीजो को अब कब्रिस्तान तक ले जाने में पुरुष शिक्षको के साथ महिला शिक्षको की ड्यूटी लगाई जा रही है परंतु सुरक्षा के नाम पर अधिकारियों की चुप्पी से समझा जा सकता है कि शिक्षको की सुनने वाला कोई नही है,
प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने कहा कि अन्य विभाग के अधिकारियों द्वारा बिना बीमा सुरक्षा,बिना पीपीटी किट सहित सुरक्षा के अन्य संसाधन उपलब्ध कराए बिना कोरोना रोकथाम कार्य मे ड्यूटी लगाने का आदेश जारी किया जा रहा इस सम्बंध में शिक्षा विभाग के अधिकारी का बयान की जो ड्यूटी लगाये है वही जाने इस प्रकार वक्तव्य से स्पष्ट है कि शिक्षा विभाग भी इस भीषण संकट के समय शिक्षको के हित के रक्षा के लिए शिक्षको के साथ नही है प्रदेश के शिक्षक अपने आप को असहाय महसूस कर रहे न विभाग सुन रहे न ही कई बार मांग पत्र देने के बाद भी सरकार भी मौन है न जाने 372 शिक्षको के मौत के अब और कितने शिक्षक कोरोना वायरस संक्रमण के शिकार होंगे।
संजीव मानिकपुरी,वेदप्रकाश साहू,छन्नूलाल साहू,नरेश चौहान,देवकांत सिन्हा,नरेश गुप्ता,सावंत यादव,लीलाधर पटेल,रमन शर्मा,अनुभव तिवारी,हरिकांत अग्निहोत्री,देवनाथ पटेल,निर्मला पांडेय,गिरिजा शंकर,टेमन साहू व दिलेश्वर महावे ने राज्य सरकार व शिक्षा विभाग से पुनः अपील किया है कि कोरोना रोकथाम कार्य मे संलग्न शिक्षको को पचास लाख रुपये की बीमा सुरक्षा,पीपीटी किट सहित सुरक्षा के अन्य संसाधन उपलब्ध कराए जिससे प्रदेश के शिक्षक कोरोना वायरस संक्रमण के शिकार न हो और अपनी प्राण की रक्षा कर सके साथ ही कोरोना संक्रमण काल मे निधन हुए है ऐसे शिक्षको के आश्रित परिजन को नियमो में छूट प्रदान करते हुए जल्दी ही अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करे ।











