रायपुर-नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने एक बयान जारी कर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी से अपील किया है कि कोरोना वाइरस से बचाव के लिए केंद्र सरकार द्वारा 21 दिनों के लिए पूरे भारत मे लॉक-डाउन का निर्णय लिया गया है जिससे कोई भी नागरिक आवश्यक कार्य न हो तो घर से बाहर नही निकल सकते इस लॉक-डाउन को एक तरह से कर्फ्यू भी माना गया है साथ ही आपके नेतृत्व में छ. ग.राज्य में लॉक-डाउन से किसी भी नागरिक को कोई तकलीफ न हो इस बात का ध्यान रखते हुए छ. राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक गरीब परिवार को उचित-मूल्य दुकान के माध्यम से 35 किलो चावल निःशुल्क देने व केंद्र द्वारा भी 5 किलो चावल निःशुल्क देने का निर्णय लिया गया है इस निर्णय से छ. ग.प्रदेश के कोई भी नागरिक भूखा नही रहेगा,आपके नेतृत्व में छ. ग.राज्य में कोरोना वाइरस से निपटने बेहतर प्रबन्धन किया गया है,जिसके कारण छ. ग.राज्य में कोरोना वाइरस के बचाव के लिए प्रदेश के स्कूली बच्चों को 13 मार्च से ही छुट्टी दे दिया गया था,अभी वर्तमान में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चो को सूखा चावल मध्यान्ह भोजन देने हेतु प्रत्येक स्कूलो को निर्देश दिया गया है जिससे स्कूल में पालक/बालक को आना पड़ेगा साथ ही हजारों शिक्षक,मध्यान्ह भोजन संचालन समिति के सदस्य,सफाई कर्मचारी एक साथ स्कूलो में इकठ्ठा होंगे जिससे कोरोना वाइरस संक्रमण फैलने का खतरा बना रहेगा,अतः माननीय मुख्यमंत्री महोदय से नवीन शिक्षक संघ छ. ग.निवेदन करता है कि बच्चों को मध्यान्ह भोजन के लिए सूखा चावल व दाल का वितरण 3 व 4 अप्रेल के बजाय 15 अप्रेल के बाद वितरण करने हेतु स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया जाय जिससे कोरोना वाइरस से होने वाले संक्रमण का खतरा न रहे,नवीन शिक्षक संघ छ. ग.ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री जी इस पर पुनर्विचार कर जल्दी ही निर्णय लेंगे।
Sunday, March 29, 2020
बच्चो को मध्यान्ह भोजन 15 अप्रेल के बाद दिया जाय,जिससे लॉक-डाउन का पालन हो सके व कोरोना वाइरस संक्रमण का खतरा भी न रहे
रायपुर-नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत ने एक बयान जारी कर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी से अपील किया है कि कोरोना वाइरस से बचाव के लिए केंद्र सरकार द्वारा 21 दिनों के लिए पूरे भारत मे लॉक-डाउन का निर्णय लिया गया है जिससे कोई भी नागरिक आवश्यक कार्य न हो तो घर से बाहर नही निकल सकते इस लॉक-डाउन को एक तरह से कर्फ्यू भी माना गया है साथ ही आपके नेतृत्व में छ. ग.राज्य में लॉक-डाउन से किसी भी नागरिक को कोई तकलीफ न हो इस बात का ध्यान रखते हुए छ. राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक गरीब परिवार को उचित-मूल्य दुकान के माध्यम से 35 किलो चावल निःशुल्क देने व केंद्र द्वारा भी 5 किलो चावल निःशुल्क देने का निर्णय लिया गया है इस निर्णय से छ. ग.प्रदेश के कोई भी नागरिक भूखा नही रहेगा,आपके नेतृत्व में छ. ग.राज्य में कोरोना वाइरस से निपटने बेहतर प्रबन्धन किया गया है,जिसके कारण छ. ग.राज्य में कोरोना वाइरस के बचाव के लिए प्रदेश के स्कूली बच्चों को 13 मार्च से ही छुट्टी दे दिया गया था,अभी वर्तमान में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बच्चो को सूखा चावल मध्यान्ह भोजन देने हेतु प्रत्येक स्कूलो को निर्देश दिया गया है जिससे स्कूल में पालक/बालक को आना पड़ेगा साथ ही हजारों शिक्षक,मध्यान्ह भोजन संचालन समिति के सदस्य,सफाई कर्मचारी एक साथ स्कूलो में इकठ्ठा होंगे जिससे कोरोना वाइरस संक्रमण फैलने का खतरा बना रहेगा,अतः माननीय मुख्यमंत्री महोदय से नवीन शिक्षक संघ छ. ग.निवेदन करता है कि बच्चों को मध्यान्ह भोजन के लिए सूखा चावल व दाल का वितरण 3 व 4 अप्रेल के बजाय 15 अप्रेल के बाद वितरण करने हेतु स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया जाय जिससे कोरोना वाइरस से होने वाले संक्रमण का खतरा न रहे,नवीन शिक्षक संघ छ. ग.ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री जी इस पर पुनर्विचार कर जल्दी ही निर्णय लेंगे।
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