नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष उमा जाटव ने बयान जारी कर कहा है कि राज्य और देश को विकास के स्तर पर पहुंचाने वाले कर्मचारियों की। ऐसी दुर्दशा ना इनके खाने-- पीने की व्यवस्था है,ना ही इनके आराम करने करने का कोई इंतजाम ।
प्रवासी मजदूरों की देखभाल करने के लिए जब इन शिक्षक बंधुओं की ड्यूटी लगाई गई थी तब ड्यूटी लगानेवाले उच्च अधिकारियों / प्रशासन को इस बात का भान ना लगा रहा होगा कि यदि किसी कारणवश ट्रेन गंतव्य स्थल पर विलंब से पहुंचती है तब ऐसी स्थिति में संलग्न कर्मचारियों को क्या सुविधाएँ मुहिम करनी होगी ।जैसा कि सर्वविदित है कि कोरोना एक संक्रमण / गंदगी से फैलने वाला बीमारी है ।ऐसे मैं जैसा कि वायरल हो रहे picture से स्पष्ट हो रहा है कर्मचारी ट्रेन के विलंब होने पर थक- हार से कैसे गंदगी मैं जैसे- तैसे जहॉ जगह मिली वही पैर पसारने की गरज से गंदगी में ही सोने को विवश हुए है , जबकि उनको इस बात का ज्ञान है कि आते- जाते किसी लापरवाह /गैर जिम्मेदार व्यक्ति के द्वारा उस स्थल पर थूकने से उन पर बीमारी का संक्रमण हो सकता है ,इसके बावजूद ये कर्मचारी अपनी जान और घर- परिवार की परवाह किये बिना इस कदर मजबूर हो गए कि उपरोक्त वायरल फोटो से ही स्पष्ट होता है ।
इन कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ करने वाले गुनाहगार कौन है । कोरोना से जंग लड़ने इन जैसे अन्य कोरोना - वारियर्स के लिए ना तो जरूरत के सुविधाएँ हैं ना ही संक्रमण से अपने- आप को बचाने के संसाधन ।नवीन शिक्षक संघ महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता गंगा पासी,बलविंदर कौर,नंदिनी देशमुख,संगीता बैस,गीता चन्द्राकर,निर्मला पांडेय,ज्योति राजपूत,विद्या जुर्री ने प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री से कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए लगे शिक्षको सहित अन्य कर्मचारियों की 50 लाख बीमा राशि सहित सुरक्षा के पर्याप्त संसाधन मुहैया कराने की मांग की है,
नवीन शिक्षक संघ छ. ग. महिला प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारियो व सदस्यों ने कहा है कि सोशल- मीडिया पर वायरल हो रही ऐसी खबरों से आहट होकर हम सब कर्मचारी संघ का पदाधिकारी होने के नाते उच्चाधिकारियों / शासन/ प्रशासन से मॉग करते है कि कोरोना वारियर्स के तौर पर किसी भी कर्मचारी को सेवा में लगाने से पहले उनको स्वयं को भी बचाव के भौतिक- संसाधन से परिपूर्ण किया जाए , क्योंकि उस कोरोना- वारियर्स अपने पीछे घर पर अपनी पत्नि, बेटा- बेटी, मॉ- पिताजी, भाई- बहन से परिपूर्ण परिवार को शाम को जल्दी घर लौट आने का वादा किया है ।किसी की लापरवाही से ये कोरोना- वारियर्स अपने घर-परिवार को दिये वादा से वंचित ना रह जाए ।हम सबकी मांग / विनती पर उच्चाधिकारी गण व भारत शासन/ प्रशासन अमल कर तत्काल सकारात्मक निर्णय लेंवे ।
नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत द्वारा लॉक-डाउन होने के कारण सोशल मीडिया व ट्वीटर के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री व अधिकारियों तक कोरोना रोकथाम में लगे शिक्षको सहित अन्य कर्मचारियों को सुरक्षा के पर्याप्त साधन उपलब्ध कराने के साथ-साथ 50 लाख बीमा राशि का प्रवधान हेतु निर्णय लेने की मांग पुरजोर तरीके से उठाया जा रहा है
प्रवासी मजदूरों की देखभाल करने के लिए जब इन शिक्षक बंधुओं की ड्यूटी लगाई गई थी तब ड्यूटी लगानेवाले उच्च अधिकारियों / प्रशासन को इस बात का भान ना लगा रहा होगा कि यदि किसी कारणवश ट्रेन गंतव्य स्थल पर विलंब से पहुंचती है तब ऐसी स्थिति में संलग्न कर्मचारियों को क्या सुविधाएँ मुहिम करनी होगी ।जैसा कि सर्वविदित है कि कोरोना एक संक्रमण / गंदगी से फैलने वाला बीमारी है ।ऐसे मैं जैसा कि वायरल हो रहे picture से स्पष्ट हो रहा है कर्मचारी ट्रेन के विलंब होने पर थक- हार से कैसे गंदगी मैं जैसे- तैसे जहॉ जगह मिली वही पैर पसारने की गरज से गंदगी में ही सोने को विवश हुए है , जबकि उनको इस बात का ज्ञान है कि आते- जाते किसी लापरवाह /गैर जिम्मेदार व्यक्ति के द्वारा उस स्थल पर थूकने से उन पर बीमारी का संक्रमण हो सकता है ,इसके बावजूद ये कर्मचारी अपनी जान और घर- परिवार की परवाह किये बिना इस कदर मजबूर हो गए कि उपरोक्त वायरल फोटो से ही स्पष्ट होता है ।
इन कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ करने वाले गुनाहगार कौन है । कोरोना से जंग लड़ने इन जैसे अन्य कोरोना - वारियर्स के लिए ना तो जरूरत के सुविधाएँ हैं ना ही संक्रमण से अपने- आप को बचाने के संसाधन ।नवीन शिक्षक संघ महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता गंगा पासी,बलविंदर कौर,नंदिनी देशमुख,संगीता बैस,गीता चन्द्राकर,निर्मला पांडेय,ज्योति राजपूत,विद्या जुर्री ने प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री से कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए लगे शिक्षको सहित अन्य कर्मचारियों की 50 लाख बीमा राशि सहित सुरक्षा के पर्याप्त संसाधन मुहैया कराने की मांग की है,
नवीन शिक्षक संघ छ. ग. महिला प्रकोष्ठ के सभी पदाधिकारियो व सदस्यों ने कहा है कि सोशल- मीडिया पर वायरल हो रही ऐसी खबरों से आहट होकर हम सब कर्मचारी संघ का पदाधिकारी होने के नाते उच्चाधिकारियों / शासन/ प्रशासन से मॉग करते है कि कोरोना वारियर्स के तौर पर किसी भी कर्मचारी को सेवा में लगाने से पहले उनको स्वयं को भी बचाव के भौतिक- संसाधन से परिपूर्ण किया जाए , क्योंकि उस कोरोना- वारियर्स अपने पीछे घर पर अपनी पत्नि, बेटा- बेटी, मॉ- पिताजी, भाई- बहन से परिपूर्ण परिवार को शाम को जल्दी घर लौट आने का वादा किया है ।किसी की लापरवाही से ये कोरोना- वारियर्स अपने घर-परिवार को दिये वादा से वंचित ना रह जाए ।हम सबकी मांग / विनती पर उच्चाधिकारी गण व भारत शासन/ प्रशासन अमल कर तत्काल सकारात्मक निर्णय लेंवे ।
नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत द्वारा लॉक-डाउन होने के कारण सोशल मीडिया व ट्वीटर के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री व अधिकारियों तक कोरोना रोकथाम में लगे शिक्षको सहित अन्य कर्मचारियों को सुरक्षा के पर्याप्त साधन उपलब्ध कराने के साथ-साथ 50 लाख बीमा राशि का प्रवधान हेतु निर्णय लेने की मांग पुरजोर तरीके से उठाया जा रहा है


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