बेमेतरा-छःत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा प्रदेश के लाखों कर्मचारियों के वार्षिक वेतन वृद्धि व महंगाई भत्ता रोकने के निर्णय के बाद प्रदेश के कर्मचारी जगत में आक्रोश बढ़ गया है,कर्मचारी संघ के नेताओ का लगातार सरकार के इस निर्णय का विरोध किया जा रहा है कई संगठनों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया है तो कई संगठन ज्ञापन सौपने की तैयारी में है,नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत के बाद महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष उमा जाटव,सुनील राजपूत व नरेंद्र पंवार द्वारा प्रदेश में लॉक-डाउन व कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए जिला कलेक्टर बेमेतरा को माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपकर राज्य सरकार के द्वारा वार्षिक वेतन वृद्धि व महंगाई भत्ता रोकने के निर्णय पर नवीन शिक्षक संघ के तरफ से आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि कोरोना वाइरस संक्रमण के दौरान प्रदेश के कर्मचारी अपने सेहत की परवाह किये बिना लगातार कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए कार्य कर रहे है ऐसे विषम परिस्थिति में कार्य करने वाले प्रदेश के शासकीय कर्मचारी या सही मायने में कहे तो कोरोना योद्धा की वार्षिक वेतन वृद्धि व महंगाई भत्ता रोकना प्रदेश के कर्मचारियों के साथ अन्याय है,ज्ञापन के माध्यम से महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष उमा जाटव ने प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन करते हुए कहा है कि राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों के वार्षिक वेतन वृद्धि व महंगाई भत्ता रोकने के निर्णय पर पुनर्विचार कर तत्काल इस निर्णय को निरस्त कर प्रदेश ले लाखो कर्मचारियों के साथ न्याय करने की मांग को प्रमुखता से रखा है।नवीन शिक्षक संघ छ. ग.ने प्रदेश सरकार से वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के निर्णय पर पुनर्विचार कर जल्दी ही कर्मचारी संगठनों की मांग पर निर्णय लेकर वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश को निरस्त करने की अपील किया है जिससे प्रदेश के कर्मचारी पूरे उत्साह के साथ कोरोना जैसे अदृश्य दुश्मन को छःत्तीसगढ़ महतारी व भारत माता से जड़ से समाप्त कर सके,कोरोना योद्धा शासकीय कर्मचारियों को हतोत्साहित करने के बजाय राज्य सरकार वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के निर्णय को निरस्त कर प्रदेश के समस्त शासकीय कर्मचारियों के साथ न्याय करे।
Monday, June 1, 2020
मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के निर्णय को वापस लेने की मांग
बेमेतरा-छःत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा प्रदेश के लाखों कर्मचारियों के वार्षिक वेतन वृद्धि व महंगाई भत्ता रोकने के निर्णय के बाद प्रदेश के कर्मचारी जगत में आक्रोश बढ़ गया है,कर्मचारी संघ के नेताओ का लगातार सरकार के इस निर्णय का विरोध किया जा रहा है कई संगठनों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया है तो कई संगठन ज्ञापन सौपने की तैयारी में है,नवीन शिक्षक संघ छ. ग.के प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत के बाद महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष उमा जाटव,सुनील राजपूत व नरेंद्र पंवार द्वारा प्रदेश में लॉक-डाउन व कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए जिला कलेक्टर बेमेतरा को माननीय मुख्यमंत्री जी के नाम ज्ञापन सौंपकर राज्य सरकार के द्वारा वार्षिक वेतन वृद्धि व महंगाई भत्ता रोकने के निर्णय पर नवीन शिक्षक संघ के तरफ से आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि कोरोना वाइरस संक्रमण के दौरान प्रदेश के कर्मचारी अपने सेहत की परवाह किये बिना लगातार कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए कार्य कर रहे है ऐसे विषम परिस्थिति में कार्य करने वाले प्रदेश के शासकीय कर्मचारी या सही मायने में कहे तो कोरोना योद्धा की वार्षिक वेतन वृद्धि व महंगाई भत्ता रोकना प्रदेश के कर्मचारियों के साथ अन्याय है,ज्ञापन के माध्यम से महिला प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष उमा जाटव ने प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन करते हुए कहा है कि राज्य सरकार द्वारा कर्मचारियों के वार्षिक वेतन वृद्धि व महंगाई भत्ता रोकने के निर्णय पर पुनर्विचार कर तत्काल इस निर्णय को निरस्त कर प्रदेश ले लाखो कर्मचारियों के साथ न्याय करने की मांग को प्रमुखता से रखा है।नवीन शिक्षक संघ छ. ग.ने प्रदेश सरकार से वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के निर्णय पर पुनर्विचार कर जल्दी ही कर्मचारी संगठनों की मांग पर निर्णय लेकर वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश को निरस्त करने की अपील किया है जिससे प्रदेश के कर्मचारी पूरे उत्साह के साथ कोरोना जैसे अदृश्य दुश्मन को छःत्तीसगढ़ महतारी व भारत माता से जड़ से समाप्त कर सके,कोरोना योद्धा शासकीय कर्मचारियों को हतोत्साहित करने के बजाय राज्य सरकार वार्षिक वेतन वृद्धि रोकने के निर्णय को निरस्त कर प्रदेश के समस्त शासकीय कर्मचारियों के साथ न्याय करे।
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